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Khabar Live ख़बर लाइव > क्राइम > कांग्रेस की बड़ी घोषणाओ में शामिल राजस्थान में OPS स्कैम, 1 हजार करोड़ से भी ज्यादा का महा घोटाला आया सामने, वित्त विभाग के अफसरों ने NPS की रकम ठिकाने लगाई…
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कांग्रेस की बड़ी घोषणाओ में शामिल राजस्थान में OPS स्कैम, 1 हजार करोड़ से भी ज्यादा का महा घोटाला आया सामने, वित्त विभाग के अफसरों ने NPS की रकम ठिकाने लगाई…

Desk Report
Last updated: 2024/02/15 at 1:26 PM
Desk Report Published December 11, 2023
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congress OPS Scam

राजस्थान में हाल ही में OPS (ओल्ड पेंशन स्कीम) में 1 हजार करोड़ से भी ज्यादा का घोटाला सामने आया है। बता दें कि नियमानुसार NPS में कर्मचारियों की कटौती की राशि केंद्र सरकार के NSDL/GPF फंड में जमा करवाई जानी थी। लेकिन, वित्त विभाग के अधिकारियों द्वारा इसे खर्च कर दिया गया।

सरकार बदलने के बाद ही राजस्थान में अब वित्त विभाग के बड़े आला अधिकारियों की करतूत एक-एक कर सामने आ रही है। पिछली गहलोत सरकार ने कर्मचारियों के हित को ध्यान में रखते हुए जो ओल्ड पेंशन स्कीम (OPS) लागू की थी उसमें भी वित्त विभाग के अफसरों ने महा झोलामझोल कर दिया। आपको बता दें कि OPS की घोषणा करने के बाद भी जनवरी 2022 से मार्च 2022 तक कर्मचारियों के NPS अंशदान की कटौती की गई थी। वहीं, इस रकम को न तो केंद्र सरकार के NSDL फंड में जमा करवाया गया और न ही राजस्थान में कर्मचारियों के लिए खोले गए GPF खातों में रखा गया। विभाग के अधिकारियों ने इस पैसे को सामान्य राजस्व मद में जमा करवाकर खर्च कर दिया। बता दें कि मामले का खुलासा CAG की एक रिपोर्ट के अलावा, 15वीं विधानसभा के अंतिम सत्र में पूर्व नेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ की ओर से पूछे गए सवाल के जवाब में भी हुआ है।

ओल्ड पेंशन स्कीम (OPS) प्रदेश में लागू होने से पहले सरकार ने कर्मचारियों और उसके अनुपात में खुद का अंशदान NSDL में जमा करवाना बंद कर दिया, जबकि कर्मचारियों के तनख्वाह में से पैसा काटा गया था। यह रकम 641 करोड़ रुपए के लगभग माना जा रहा है।
सिर दर्द की बात तो तय है अब यह राशि न तो NSDL में जमा हुई न ही सरकार के पास लौटाने के लिए बची है।

ओल्ड पेंशन स्कीम (OPS) प्रदेश में लागू होने से पहले सरकार ने कर्मचारियों और उसके अनुपात में खुद का अंशदान NSDL में जमा करवाना बंद कर दिया, जबकि कर्मचारियों के तनख्वाह में से पैसा काटा गया था। यह रकम 641 करोड़ रुपए के लगभग माना जा रहा है।
सिर दर्द की बात तो तय है अब यह राशि न तो NSDL में जमा हुई न ही सरकार के पास लौटाने के लिए बची है।

वहीं सवाल का विषय बन गया है कि अब कर्मचारियों को OPS में दोहरी मार झेलनी पड़ेगी। क्योंकि न ही सिर्फ उनके NPS का पैसा बजट घोषणाओं की पूर्ति में खर्च कर दिया गया, बल्कि कर्मचारियों ने NPS विड्रॉल का जो पैसा सरकार को वापस लौटाया उसे भी ठिकाने लगा दिया गया। सूत्रों के मुताबिक बता दें कि लगभग 382.41 करोड़ रुपए की यह राशि है।

जानकारी के लिए बता दें कि राजस्थान में सरकार रहने के दौरान कांग्रेस ने अपनी सभी सभाओं में OPS को अपनी बड़ी उपलब्धि के तौर पर बार – बार गिनाया था। राहुल गांधी सहित कांग्रेस के अन्य नेता भी चुनाव के दौरान दूसरे राज्यों में भी OPS लागू करने के सपना दिखाया। लेकिन अब कांग्रेस सरकार की बड़ी उपलब्धियों में शामिल OPS में करोड़ों के घोटाले के मामले को सवालों के कटघरे में खड़ा कर दिया है।

आपको बता दें कि दरअसल, पिछली गहलोत सरकार यानी की कांग्रेस ने OPS लागू करने के साथ ये शर्त रखी थी कि जिन लोगों को OPS में पेंशन लेनी है, तो उन्हें NPS से विड्रॉ की गई राशि ब्याज के साथ सरकार को लौटानी होगी। इस राशि को GPF खातों में जमा करवाया जाना था। लेकिन यहां मामला उलट गया और आला अधिकारियों ने इसे मुफ्त की योजनाओं पर खर्च कर दिया। अब सवाल ये उठता की आने वाली नई सरकार के लिए यह बड़ी चुनौती होगी , कि कर्मचारियों के 1 हजार करोड़ रुपए के फंड को कैसे वापस लौटाएगी।

इसके अलावा इस राशि को ठिकाने लगाने वाले जिम्मेदार आला अधिकारियों के खिलाफ क्या कार्रवाई होती है ,साथ ही देखने वाली बात ये होगी की क्या सख्त कदम उठाती हैं नई सरकार।

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